मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना से पशुपालकांं को लाभान्वित करायें-जिलाधिकारी
प्रतापगढ़। जिलाधिकारी संजीव रंजन ने विकास भवन सभागार में दुग्धशाला विकास विभाग द्वारा संचालित नवीन योजना ‘‘नन्द बाबा दुग्ध मिशन’’ के क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण हेतु बैठक की। बैठक में बताया गया कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन योजना अन्तर्गत जनपद में मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना एवं प्रारम्भिक दुग्ध सहकारी समिति का गठन कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजनान्तर्गत पशुपालकों को उन्नत नश्ल की स्वदेशी गायों यथा गिर, साहीवाल, हरियाणा, गंगातीरी एवं थारपारकर से निर्धारित मानक पर दुग्ध उत्पादन करने पर प्रति पशु रूपये 10 हजार से 20 हजार तक की प्रोत्साहन राशि एवं प्रमाण पत्र दिया जायेगा। योजना का लाभ लेने हेतु आवेदक की आयु 18 वर्ष से ऊपर होनी चाहिये, योजना व्यक्तिगत लाभार्थी परक होने के कारण समूह/संगठन/फर्म इस योजना हेतु पात्र नहीं होगें। आवेदक द्वारा गाय की ब्यात के 45 दिन के भीतर आवेदन करना होगा। 01 पशुपालक को अधिकतम 02 गायों के लिये केवल एक बार ही लाभ दिया जायेगा। एक गाय को उसके जीवनकाल में एक बार ही लाभ दिया जायेगा। आवेदक को निर्धारित प्रारूप पर आवेदन मुख्य विकास अधिकारी/मुख्य पशु चिकित्साधिकारी कार्यालय में पंजीकृत डाक/स्वयं प्रस्तुत करना होगा। आवेदन के उपरान्त सत्यापित समिति द्वारा 02 दिन में 04 दुहान के आधार पर दैनिक दुग्ध उत्पादकता का निर्धारण किया जायेगा। तदोपरान्त जनपद स्तरीय कमेटी द्वारा चयनित लाभार्थियों की सूची राजय स्तरीय कमेटी के पास भुगतान हेत प्रेषित की जायेगी।
प्रारम्भिक दुग्ध सहकारी समिति का गठन के तहत नन्द बाबा दुग्ध मिशन के अन्तर्गत जनपद के विकास खण्डों में प्रारम्भिक दुग्ध सहकारी समितियों का गठन किया जायेगा। समिति गठन पर रूपये 69 हजार एवं समितियों में डाटा प्रोसेसिंग मिल्क कलेक्शन यूनिट की स्िापना पर रूपये 1 लाख 50 हजार व्यय किया जायेगा। सहकारी दुग्ध समिति का गठन दुग्ध उत्पादक सहकारी संघर द्वारा किया जायेगा, समिति गठन हेतु उन्हीं ग्रामों को चयनित किया जायेगा जो कि दुग्ध संघ के दुग्ध मार्ग पर पड़ते हो अथवा दुग्ध मार्गो के पास हों। समिति गठन हेतु समिति के सदस्यों की संख्या कम से कम 40 होनी चाहिये एवं समिति के पास उपार्जित दूध की न्यूनतम मात्रा 70 लीटर प्रतिदिन होनी चाहिये। समिति गठन के उपरान्त दुग्ध संघ द्वारा समिति के निबन्धन हेतु पत्रावली विभागीय कार्यालय में आनलाइन/ऑफलाइन दोनों माध्यम से उपलब्ध करायी जायेगी। समिति के निबन्धन के पश्चात् संघ द्वारा समिति को उपकरण, स्टेशनरी, फर्नीचर व डी0पी0एम0सी0यू0 उपलब्ध करायी जायेगी। योजनाअें का लाभ प्राप्त करने के लिये इच्छुक व्यक्तियों द्वारा निर्धारित प्रारूप पर एवं प्रक्रिया के अनुसार आवेदन प्रस्तुत करने पर जनपदीय कमेटी के माध्यम से चयन की प्रक्रिया प्रारम्भ की जायेगी। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना एवं प्रारम्भिक दुग्ध सहकारी समिति के गठन के सम्बन्ध में जो भी दिशा निर्देश शासन द्वारा दिये गये है उसका शत् प्रतिशत अनुपालन करें एवं इन योजनाओं का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाये और निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष लाभार्थियों को लाभान्वित किया जाये। बैठक में जिला विकास अधिकारी राकेश प्रसाद, वरिष्ठ कोषाधिकारी दीपक बाबू, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 बिरजू सिंह यादव, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी राजेश कुमार सिंह, उप दुग्धशाला विकास अधिकारी अखिलेन्द्र मिश्र, वरिष्ठ दुग्ध निरीक्षक सुरेश कुमार सिंह, राजकीय दुग्ध पर्यवेक्षक अरूण कुमार त्रिपाठी उपस्थित रहे।