भोपाल – मध्य प्रदेश में छात्र संघ चुनाव 2017 के बाद से केवल प्रशासनिक कैलेंडर में ही हो रहा है हर साल कैलेंडर में छात्र संघ चुनाव का शेड्यूल जारी होता है लेकिन चुनाव नहीं होता है 2016 में राजधानी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदर्शन के बाद तत्कालीन शिक्षा मंत्री जयवंत सिंह पवैया ने छात्र संघ चुनाव कराने की घोषणा की थी इसके बाद 2017 में प्रत्यक्ष प्रणाली से छात्र तक चुनाव हुए 2017 में छात्र संघ चुनाव होने के बाद से ही दो बार सरकार में बदली जा चुकी हैं पर दोनों के कार्यकाल में केवल प्रशासन एक कैलेंडर में ही छात्रसंघ चुनाव का शेड्यूल जारी हुआ लेकिन छात्र संघ चुनाव नहीं हुए इस साल छात्र संघ चुनाव होने की संभावना जताई जा रही है उच्च शिक्षा विभाग द्वारा चुनाव के के लिए 15 दिन का कार्यकाल तैयार किया जा रहा है । सन 2019-20 में छात्र संघ प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार विश्वकर्मा ने भी उच्च शिक्षा मंत्री एवं विभाग के लिए पत्र भी लिखे थे और प्रत्यक्ष रूप से पत्र भी दिए थे लेकिन छात्र संघ चुनाव के विषय में कोई मुद्दा सामने नहीं आया ।
मुख्यमंत्री की भी मंशा प्रत्यक्ष प्रणाली से हो चुनाव
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की भी मनसा है कि छात्र संघ चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से हो क्योंकि वह भी छात्रसंघ चुनाव से राजनीति में आए हैं तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने भी प्रत्यक्ष प्रणाली से छात्रसंघ चुनाव कराने का लेकर प्रत्यक्ष सरकार को पत्र लिखा हुआ क्योंकि अब यह मुख्यमंत्री हैं तो यह कयास लगाए जा रहे हैं कि शासन चुनाव प्रत्यक्ष प्रणाली से होंगे उच्च शिक्षा विभाग में के कैलेंडर में ही अनुसार सितंबर अक्टूबर से छात्रसंघ चुनाव होना है 2017 में उच्च शिक्षा विभाग ने जी और सरकारी महाविद्यालय में प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराए गए थे इनका ना तो छात्र संघ संगठन ने भाग मांगा और ना ही तत्कालीन उच्च मंत्री डॉ मोहन यादव ने इसका समर्थन किया था उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने प्रत्यक्ष प्रणाली से चुनाव कराने को लेकर सरकार को पत्र भी लिखा था ।
इसलिए जरूरी है छात्र संघ चुनाव
छात्र संघ चुनाव से प्रदेश में विश्वविद्यालय कॉलेज के विद्यार्थियों में नेतृत्व की क्षमता विकसित होती है छात्रों में राजनीति और सामाजिक समाज विकसित होती है आज प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा मंत्री से लेकर दर्जन मंत्री और सैकड़ो विधायक जो छात्र राजनीति से ही आए हैं ।
इनका कहना है।
उच्च शिक्षा विभाग ने कैलेंडर जारी कर दिया है उसके अनुसार छात्र संघ चुनाव कराने की योजना बनाई जा रही है ।
–उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार
इनका कहना है
छात्रसंघ चुनाव से शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा नए शिक्षा नीति को प्रभावी रूप से लागू किया जा सकेगा समय-समय पर छात्रों का जन जागरण होता रहेगा मध्य प्रदेश शासन छात्र नेता समाज को मिलेंगे एग्रीकल्चर कॉलेज ऑन और मेडिकल कॉलेज में भी कर संख्या होना चाहिए क्योंकि वहां के विद्यार्थियों में भी नेतृत्व क्षमता विकसित हो सके ।
–छात्रसंघ प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार विश्वकर्मा